Jamun Leaf Benefits in Hindi आप लोगो ने जामुन तो जरूर खाए होंगे, और यह भी आप जानते होंगे की जामुन खाने के कितने फायदे है, लेकिन खासकर आप लोग यह नहीं जानते की इस फल के जो पत्ते होते है हम और आप लोग इसको बेकार समझ कर फेक देते है! लेकिन किया आपको पता है की इसके पत्ते का सेवन करने के किया – किया फायदे है, अगर नहीं जानते तो आज में आपको यही जानकारी दूंगा की जामुन के पत्ते के फायदे और नुकसान क्या है?
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Jamun के पत्ते के फायदे और नुकसान
जामुन के पत्ते अधिक लाभकारी होते हैं, लेकिन अगर आप इसका गलत इस्तेमाल करते हैं तो आपको इससे नुकसान भी हो सकते हैं, तो आईए जानते हैं जामुन के पत्ते का सेवन करने से फायदे और नुकसान क्या – क्या है!
Jamun के पत्ते के फायदे
जामुन के पत्तो से कई प्रकार के स्वास्थ्य को लाभ प्राप्त होते है,
जामुन के पत्तो में संक्रमण नहीं पाया जाता है! Jamun के पत्तो में कैरोटीन, फैलोकारोटीन,तथा फोस्फोर्सीड आदि! पाए जाते है
इसलिए जामुन के पत्ते काफी पोषक तत्त्बो से भरे होते हैं।
अगर कोई व्यक्ति मधुमेह रोगी होता है, तो यह पत्ते उस रोगी के लिए बेहतर इलाज के रूप में कारगर होते है! ये ब्लड प्रेशर की नयंत्रता को बनाए रखते है।
Jamun के पत्ते के नुकसान
Jamun के पत्ते खाने से शरीर को कुछ नुकसान भी होते है, जैसे – कि उनसे खट्टी मक – सद हो सकती है, और स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याएं हो सकती हैं. अगर आप इसका ज्यादा सेवन कर लेते है तो आपको उलटी भी हो सकती है! इसलिए, Jamun के पत्ते का उपयोग करने से पहले यह जान ले की जामुन के पत्ते का उपयोग किसको और कब करना चाहिए!
जामुन के पत्ते का उपयोग
- जिसको शुगर की बीमारी है वह जामुन के पत्ते का सेवन कर सकता है
- ब्लड प्रेशर के मरीज भी इसका उपयोग कर सकते है!
- गर्म या ठंडा खाने से कभी कभी मुँह में छाले बन जाते है
- तो जामुन के पत्तो में एंटी बॉयोटिक गुण पाए जाते है
- जो आपको छाले को ठीक करने में मदद करते है!
जामुन के पत्ते खाने से क्या फायदे होते हैं
- जामुन के पत्ते के सेवन करने के फायदे
- यह आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते है,
- ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते है,
- पेट की कब्ज को दूर कर सकते है,
- मुँह में हुए छाले को ख़तम कर सकते है!
Jamun के पत्ते कैसे होते हैं?
Jamun के पत्ते हरे होते हैं,
जब यह पत्ते पेड़ पर लगे होते हैं तो यह पत्ते काफी सुंदर दिखाई देते हैं.
इन पत्तों की खास बात यह कि यह पत्ते खाने में कड़वे नहीं होते,
लेकिन जब यह पत्ते सूख जाते हैं तो यह माटी के कलर के हो जाते हैं।
जामुन के पत्ते से क्या होता है ?
Jamun के पत्ते खाने से आपके शरीर को बहुत से लाभ हैं। क्यूंकि जामुन के पत्ते बहुत सारी औषधि से भरपूर होते हैं,
जैसे कि जामुन के पत्ते वसाहन शीलता होते है, श्वसन समस्याओं को ठीक करने में मदद करते है, पेट की कब्ज को भी ठीक कर सकते है, और पेट से जुड़ी समस्याओं को भी ठीक करने में मदद करते है, तथा स्वस्थ को अनेक प्रकार के रोगो से मुक्त करने में सहायक होते हैं।
जामुन का पेड़ कैसा होता है?
Jamun का पेड़ लंबाई में अधिक होता है मोटाई में थोड़ा कम होता है लेकिन यह पेड़ छायादार होता है, इसलिए ज्यादातर जामुन के पेड़ को घरों में लगाया जाता है,
और इसको गार्डन में भी लगाया जाता है, ताकि लोग इसकी छाया में बैठकर आराम कर सकें, यह पेड़ काफी बड़े – बड़े होते हैं और जितने ज्यादा पुराने होते हैं उतने ही अधिक फल देते हैं!
जामुन का पत्ता किस रंग का होता है?
Jamun के पत्ते का रंग हरा होता है लेकिन पत्ता सूखने के बाद मिटटी रंग का दिखाई देता है।
जामुन के पत्ते खाने का सही समय क्या है?
Jamun के पत्ते सुखद स्वाद के साथ खाने के लिए
सबसे अच्छे समय शाम को और सुबह में होता है, जब पत्ते ताजे होते हैं।
जामुन के पत्तों का सेवन कैसे करें
जामुन के पत्तों को सेवन करने के लिए कुछ संकेत हैं:
- पत्ते साफ़ और सुखद होने पर उनको चुनें।
- पत्ते को अछि तरह से धुले और कड़वे पत्ते को छोड़ दें।
- पत्ते को धूप में सुखाएं या सुखा कर रख ले।
- पत्ते को कच्चे खाने के लिए उपयोग करें या सूखे हुए पत्तों से सब्जियों बनाएं।
मधुमेह के लिए जामुन के पत्तों का उपयोग कैसे करें?
मधुमेह के लिए जामुन के पत्तों का उपयोग करने के लिए आपको कुछ आसान चरणों का पालन करना होगा:
- जामुन के पत्ते को धूप में सुखा लें:
- जामुन के पत्ते को धूप में सुखा लें ताकि वे पूर्णतया सुख जाएं.
- जामुन के पत्ते को कुछ दिनों के लिए सुखा रखें:
- पत्ते को कुछ दिनों के लिए सुखा रखें ताकि वे पूर्णतया सुख जाएं.
- पत्ते को कुछ समय के बाद कुछ पानी में भिगो दें:
- पत्ते को कुछ समय के बाद कुछ पानी में भिगो दें ताकि कुछ नमक निकल जाए.
- पत्ते को पीस कर कुछ पानी में भिगो दें:
- पत्ते को पीस कर कुछ पानी में भिगो दें ताकि कुछ नमक न
जामुन खाने से शुगर बढ़ती है क्या?
Jamun खाने से शुगर की स्तर को बढ़ाने के कुछ प्रकार के सम्बन्ध हैं, जिससे कि शरीर को अधिक शुगर की आवश्यकता हो सकती है। जामुन की ताक में संतुलित कम कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन होते हैं, इससे शरीर को अधिक कैलोरी की आवश्यकता होती है।
इसके अलावा, जामुन की ताक की गुणवत्ता कम होती है जो शरीर को अधिक खाने की आवश्यकता पहुंचा सकती है। साथ ही, जामुन की ताक की स्थानों से सम्बंधित समस्याओं से भरी हो सकती है, जैसे कि सफेद पत्तियों की समस्या, स्वस्थ खाने की कमी आदि, जिससे शरीर को अधिक शुगर की आवश्यकता हो सकती ह
क्या जामुन की तासीर गर्म होती है?
Jamun की तासीर को गर्म कहा जाता है, यह अधिकतर समय किसी स्थान पर गर्म और हवाले से परिपूर्ण होती है। इससे किसी को बुखार, सूखे और खांसी की सूजन की समस्या हो सकती है।
जामुन का वैज्ञानिक नाम हिंदी में
Jamun के पेड़ का वैज्ञानिक नाम Syzygium cumini है,
जामुन का पेड़ कैसे लगाएं ?
Jamunका पेड़ लगाने के लिए आपको जामुन के 5 या 6 बीज को लेना है उसके बाद उनको जमीन में 4 से 5 सेंटीमीटर की गहराई में गड्डा करके गाढ़ देना है, लेकिन ध्यान रहे आपको जामुन का पेड़ जून या अगस्त के महीने में ही लगाना है, जब यह पौधा अंकुरित हो जाएं और थोड़ा सा जमीन से बाहर निकल आए!
तब आपको एक पेड़ रखना है और बाकी के हटा देना है सिर्फ एक पेड़ को उठाकर एक अच्छी जगह पर लगा देना है, उसके बाद आपको इसको रेगुलर सुबह और शाम में पानी देना है, इस तरह से आप जामुन के पेड़ को उगा सकते हैं!
जामुन का पेड़ कितने साल में फल देता है?
Jamun का पेड़ अगर आप अपने घर पर लगाते हैं, तो आपके मन में यह सवाल जरूर होगा कि जामुन का पेड़ कितने वर्ष का होने के बाद आपको फल देगा! तो आप यह जान लीजिए जब आप जामुन का पेड़ लगा देते हैं! तो वह 4 से 5 साल के बाद फल देना शुरू कर देता है!
लेकिन जब जामुन का पेड़ 8 साल का हो जाता है तो वह पूर्ण रूप से फल देने लगता है! यह पेड़ आपको 80 से 90 किलो तक जामुन एक बार में दे सकता है।
FAQ (Jamun के बारे में)
Jamun के पत्तियों की चाय बनाने के लिए सबसे पहले आपको जामुन के पत्तियों को सूखा लेना है, और उसको पीसकर पाउडर बना लेना है फिर आपको रोज एक चम्मच पाउडर पानी में मिलाना है और पानी को उबालना है, उबालने के बाद आपको उसमें एक बूंद नींबू या फिर कुछ बूंदें शहद की मिला लेना है, और इस तरह से आप चाय बनाकर पी सकते हैं,
जामुन के पत्तों का सेवन अगर आप खाली पेट सुबह में करोगे! तो आपको पेट की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि आपको पेट में दर्द हो सकता है पेट में जलन हो सकती है या फिर आपको उल्टी भी आ सकती है!
Jamun के पत्तों का सेवन करने के बाद अगर आप तुरंत पानी को पी लेते हैं तो इससे बहुत सारे नुकसान आपको देखने को मिलेंगे जैसे कि आपका पेट में एसिडिटी की प्रॉब्लम हो सकती है आपको दस्त आना शुरू हो सकते हैं और आपको उल्टी भी आ सकती हैं इसलिए जामुन खाने के बाद तुरंत पानी को ना पिए,
Jamun के पत्तों का सेवन करने के बाद लगभग 20 से 30 मिनट के बाद पानी पी सकते हैं!
Jamun को खाने का तरीका बहुत ही आसान है आपको जामुन को साफ पानी में धोकर खाना चाहिए अगर आपके पास काला नमक है तो आप काले नमक के साथ भी जामुन को खा सकते हैं,
Jamun को खाने से डायबिटीज पेट में दर्द गठिया जैसे रोग ठीक होती हैं!
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Conclusion (निष्कर्ष)
आज के इस लेख में मैंने आपको जामुन के पत्ते के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार में जानकारी दी है, अगर आप भी जामुन के पत्तों को बेकार समझकर फेंक दिया करते थे,
तो आज से आप भी जामुन के पत्तों का सही उपयोग करना शुरू कर दीजिए, क्योंकि जामुन के पत्ते के बहुत सारे फायदे है,
और आपको यह विशेष ध्यान रखना है कि जो जानकारी हमने दी है उसको फॉलो करने से पहले अपने भरोसेमंद डॉक्टर से राय जरुर ले लें! क्योंकि हमारा मकसद सिर्फ आपको जानकारी देना है!
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